‘हर छत पर सोलर प्लांट’ का लक्ष्य
खगड़िया के कोसी इंटर विद्यालय और भागलपुर के सन्हौला प्रखंड में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में बिजली की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, “लोगों को 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिल रही है। अगली बार सेवा का मौका मिला तो हर छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जाएगा।” यह घोषणा ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वाकांक्षी कदम मानी जा रही है।
लालू-राबड़ी शासन पर जमकर हमला
सीएम नीतीश कुमार ने पूर्ववर्ती लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उस दौरान बिजली की स्थिति बहुत खराब थी और पटना जैसे शहर में भी आठ घंटे से अधिक बिजली नहीं रहती थी। उन्होंने आरोप लगाया, “लालू-राबड़ी के शासनकाल में लोग शाम में घरों से निकलने में परहेज करते थे। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता रहता था। शिक्षा-सड़क की स्थिति बदहाल थी।”
विकास के आंकड़े पेश किए
मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्यों के आंकड़े पेश करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार हुए हैं। उन्होंने बताया, “पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक महीने में 30 मरीज जाते थे, अब 11,600 मरीज जाते हैं। पहले पूरे बिहार में छह मेडिकल कॉलेज थे, अब बढ़कर 12 हो गए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज में बेड की संख्या बढ़ाकर 5,400 कर दी गई है।
लव-कुश समीकरण को साधने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के दौरान सामाजिक समीकरण को साधने की भी कोशिश की। भागलपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय सदानंद सिंह और खगड़िया में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह की प्रतिमाओं का अनावरण किया। माना जा रहा है कि सदानंद सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर कुर्मी समाज को, जबकि सतीश प्रसाद सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर कोयरी (कुशवाहा) समाज को लुभाने का प्रयास किया गया है।
भविष्य की योजनाएं
नीतीश कुमार ने भविष्य की योजनाओं का खाका पेश करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य की सभी पंचायतों में विवाह भवन बनाए जाएंगे। साथ ही, उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के इस दौरे को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक कदम माना जा रहा है।