पहले मार्च में मिलती थी छात्रवृत्ति
अब तक प्रदेश में छात्रवृत्ति वितरण फरवरी-मार्च माह में किया जाता था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है। अब छात्रवृत्ति सितम्बर माह में ही वितरित की जाएगी, ताकि छात्र समय पर आर्थिक सहायता का लाभ उठा सकें।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण नरेन्द्र कश्यप ने बताया कि यह बदलाव छात्रों के लिए किसी दीपावली गिफ्ट से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति समय पर मिलने से बच्चों को पढ़ाई में किसी प्रकार की रुकावट नहीं होगी और वे शिक्षा पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
छात्रवृत्ति का बढ़ा दायरा
वर्ष 2024 में प्रदेश के 59 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी गई थी। वहीं, इस वर्ष यानी 2025 में यह संख्या बढ़कर 70 लाख से अधिकहो जाएगी। सरकार लगातार छात्रवृत्ति के दायरे को बढ़ा रही है, ताकि अधिक से अधिक छात्रों तक इसका लाभ पहुँच सके।
विभाग ने बनाई व्यापक रणनीति
छात्रवृत्ति समय से पहले छात्रों तक पहुँच सके, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पिछड़ा वर्ग कल्याण, समाज कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मिलकर एक विस्तृत रणनीति तैयार की है। इसी कारण इस बार छात्रवृत्ति नवरात्र के शुभ अवसर पर वितरित की जा रही है।
कार्यक्रम में शामिल होंगे ये मंत्री
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, राज्य मंत्री समाज कल्याण संजीव गोंड और अल्पसंख्यक राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी भी उपस्थित रहेंगे।
छात्रों को मिलेगा सीधा लाभ
योगी सरकार का यह फैसला लाखों छात्रों और उनके परिवारों को बड़ी राहत देगा। अब उन्हें छात्रवृत्ति के लिए मार्च तक इंतजार नहीं करना होगा। सितम्बर में ही आर्थिक सहायता मिलने से बच्चे न केवल समय पर अपनी पढ़ाई की जरूरतें पूरी कर पाएंगे, बल्कि यह कदम उनकी आत्मनिर्भरता की दिशा में भी अहम साबित होगा।