अमेरिकी सपना बन गया मुश्किल! ट्रंप प्रशासन ने बनाया नागरिकता टेस्ट ‘किलर’, 20 अक्टूबर से लागू होंगे नए कड़े नियम

अमेरिका की नागरिकता पाने का सपना देखने वाले लाखों आवेदकों के लिए एक बड़ी खबर है। ट्रंप प्रशासन ने एक बार फिर अमेरिकी नागरिकता परीक्षा (सिटिजनशिप टेस्ट) को और अधिक कठिन बना दिया है। अब 20 अक्टूबर या उसके बाद आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को इस अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण परीक्षा को पास करना होगा। आइए जानते हैं क्या हैं ये नए नियम और कैसे बदल सकती है आपकी अमेरिकी ड्रीम की राह।

क्या है पूरा मामला?
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाओं (USCIS) ने बुधवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि वह 20 अक्टूबर 2025 से नागरिकता परीक्षा के नए, कठिन संस्करण को लागू करेगा। यह फैसला ट्रंप प्रशासन की उस नीति का विस्तार है, जिसे पहले उनके पहले कार्यकाल के अंत में लागू किया गया था, लेकिन बाद में बाइडन प्रशासन ने इसे वापस लेकर परीक्षा को सरल बना दिया था।

कैसी होगी नई ‘किलर’ परीक्षा?
नई परीक्षा पुराने फॉर्मेट से कहीं अधिक कठिन होगी। मुख्य बदलाव इस प्रकार हैं:

अधिक प्रश्न, अधिक स्कोर: पहले आवेदकों से 10 में से 6 प्रश्नों के सही उत्तर मांगे जाते थे। अब उन्हें 20 में से कम से कम 12 प्रश्नों के सही जवाब देने होंगे।
कम होंगे ‘आसान’ प्रश्न: नए सिलेबस से सरल और रटने वाले प्रश्नों को कम कर दिया गया है। इसमें अमेरिकी इतिहास, सरकार की संरचना और नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों से जुड़े अधिक विस्तृत और विश्लेषणात्मक प्रश्न शामिल होंगे।
मात्र दो मौके: किसी आवेदक के पास इस परीक्षा को पास करने के केवल दो अवसर होंगे। अगर वह दोनों बार असफल हो जाता है, तो उसे अपनी नागरिकता की आवेदन प्रक्रिया फिर से शुरू करनी होगी, जो समय और धन दोनों की हानि है।

ट्रंप प्रशासन का क्या है तर्क?
USCIS के प्रवक्ता मैथ्यू ट्रैगेसर के अनुसार, यह बदलाव इसलिए किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अमेरिका की नागरिकता पाने वाले व्यक्ति “देश की महानता में योगदान” देने के लिए पर्याप्त रूप से ज्ञानवान और तैयार हों।

USCIS निदेशक जोसेफ एडलो ने जुलाई में दिए एक साक्षात्कार में कहा था, “वर्तमान में जो परीक्षा ली जा रही है, वह बहुत कठिन नहीं है। उत्तरों को रटना बहुत आसान है। मुझे नहीं लगता कि हम वास्तव में कानून की भावना के अनुरूप काम कर रहे हैं।” उनका मानना है कि नया कठिन टेस्ट देश के प्रति गहरी समझ और प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करेगा।

क्या रहा है ऐतिहासिक संदर्भ?
अमेरिका 1900 से ही किसी न किसी रूप में नागरिकता परीक्षा आयोजित करता रहा है।
1950 के इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट ने अमेरिकी इतिहास और नागरिक शास्त्र का ज्ञान नागरिकता के लिए अनिवार्य बना दिया।
वर्तमान में, नागरिकता परीक्षा की उत्तीर्णता दर 91% है, जो इसकी सापेक्ष सरलता को दर्शाती है। इस दर के गिरने की उम्मीद है।

आवेदकों पर क्या पड़ेगा प्रभाव?
इस नए नियम का सीधा प्रभाव उन सभी आव्रजकों पर पड़ेगा जो 20 अक्टूबर के बाद नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे। उन्हें:

और अधिक गहन तैयारी करनी होगी।
केवल रटने के बजाय अवधारणाओं को समझना होगा।
असफलता की स्थिति में समय और पैसा दोनों खोने का जोखिम उठाना होगा।

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